॥ठाकुर भले विराजोजी॥
ठाकुर भले विराजो जी
ओडिशा जगन्नाथ पुरी में,
ठाकुर भले विराजो जी
साधो भले विराजो जी
ठाकुर भले विराजो जी
उड़ीसा जगन्नाथ पुरी में
भले विरोजो जी.
◕॥जय जगन्नाथ॥◕॥जय बलदेव॥◕॥जय सुभद्रा॥◕
◕॥जय जगन्नाथ॥◕॥जय बलदेव॥◕॥जय सुभद्रा॥◕
काहे छोड़ी मथुरा नगरी
काहे छोड़ी काशी
झारखंड में आये विराजे
वृन्दावन के वासी।
उड़िया मांगे क्षीर खिचड़ी,
बंगाली मांगे भात
साधु मांगे दरशन,
अभर मांगे महाप्रसाद।
नीलाचल निवासाय नित्याय परमात्मने।
बलभद्र शुभद्राभ्याम् जगन्नाथाय ते नमः।।
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