॥ जय श्री राधा कृष्ण॥ www.shriradhakrishansevasamiti.com
भगवान श्री कृष्ण के साक्षात चरण चिन्ह
लुक लुक कुण्ड में भगवान श्री कृष्ण ने ग्वाल वालो के साथ मे लुका छुपी खेल रहे थे। वहाँ से भगवान श्री कृष्ण अर्न्तध्यान हो गये।
कृष्ण बिरह मे ग्वाल वाल अपने प्राण त्याग ने लगे।
तब भगवान श्री कृष्ण ने इस पहाड़ पर प्रकट होकर बँशी बजायी, जिसे सुनकर के तीनो लोक मोहित हो गये।
बंसी की धुन से पत्थर पिघल कर कोमल हो गया और भगवान श्री कृष्ण के चरण चिन्ह बन गये,
जिन चरणो के दर्शनो के लिये ऋषि मुनि ( तपस्या ) ध्यान धरते है।
वही चरण श्री कृष्ण मनुष्य के उद्धार हेतु पत्थर पर छोड़ गये,
मनुष्य इन चरणो के दर्शन पूजा करते है।
उनके सारे पाप नष्ट हो जाते है और भगवान श्री कृष्ण के परम धाम को प्राप्त करते है।
----स्थान----
चरणपहाड़ी कामवन (काँमा) 12 कि.मी. बरसाना धाम से
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